Kota Mandi Bhav | कोटा मंडी भाव – Sept. 15, 2024 .
कोटा मंडी में सरसों, चना और सोयाबीन के भाव में तेजी। मंडी में नई फसलों की आवक के साथ लहसुन और अन्य जिंसों के भाव भी प्रभावित हुए हैं। ताज़ा मंडी भाव जानें।
कोटा मंडी में कृषि जिंसों के भाव में उछाल, जानें किस फसल का क्या है रेट
राजस्थान के कोटा की भामाशाह मंडी में शुक्रवार को अधिकांश कृषि जिंसों में अच्छी आवक दर्ज की गई। करीब 19,500 बोरी की आवक के साथ, मंडी में चना, सरसों और सोयाबीन जैसी प्रमुख फसलों के भाव में तेजी देखी गई। चना के भाव में 50 रुपये प्रति क्विंटल और सोयाबीन के भाव में 75 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़त आई। वहीं, सरसों का भाव पिछले कुछ दिनों में 6,300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुका है।
इस तेजी का मुख्य कारण खरीफ सीजन के अंतिम चरण में नई फसलों की आवक मानी जा रही है। इसके अलावा, मंडी में लहसुन के भाव 6,000 से 26,000 रुपये प्रति क्विंटल तक रहे, जो इस सीजन के हिसाब से बहुत ही अच्छा माना जा रहा है। इस बीच, किसानों और व्यापारियों के लिए यह जानना ज़रूरी है कि आने वाले समय में कृषि जिंसों के भाव में और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
सरसों, चना और सोयाबीन में तेजी
सरसों की कीमतें लगातार बढ़ती हुई दिख रही हैं। इस समय मंडी में सरसों के भाव 5,400 से 6,350 रुपये प्रति क्विंटल के बीच हैं। चना और सोयाबीन भी महंगे हो रहे हैं, जो व्यापारियों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। सोयाबीन के भाव 3,900 से 4,650 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके हैं।
मंडी के विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में भी इन जिंसों के भाव में उछाल देखा जा सकता है। किसानों के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है, क्योंकि इस समय कीमतें उनके पक्ष में हैं।
लहसुन की कीमतों में बड़ा अंतर
लहसुन के भाव 6,000 से 26,000 रुपये प्रति क्विंटल तक रहे, जो इस सीजन में लहसुन की आवक और मांग के बीच असंतुलन को दर्शाता है। मंडी में लहसुन की अधिक कीमतें इस बात का संकेत देती हैं कि आने वाले समय में इसकी कीमतों में और भी बढ़त हो सकती है।
अन्य प्रमुख जिंसों के भाव
फसल | उच्चतम (रु./क्विंटल) | न्यूनतम (रु./क्विंटल) |
---|---|---|
गेहूं | 2,650 | 2,800 |
जौ नया | 1,900 | 2,150 |
तिल्ली | 11,500 | 13,500 |
धान सुगन्धा | 2,200 | 2,451 |
सोयाबीन | 3,900 | 4,650 |
मैथी | 4,700 | 5,300 |
सरसों | 5,400 | 6,350 |
धनिया रंगदार | 6,500 | 7,500 |
मूंग नया | 6,500 | 8,000 |
उड़द | 6,000 | 8,200 |
इन आंकड़ों से यह साफ है कि मंडी में अभी सभी प्रकार की फसलों के भाव में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, और व्यापारियों को यह सलाह दी जाती है कि वे बाज़ार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अपने फैसले लें।
आने वाले दिनों में क्या उम्मीद की जा सकती है?
खरीफ सीजन के अंतिम चरण में मंडी में नई फसलों की आवक भी तेज हो रही है, जिससे व्यापारियों और किसानों के लिए नए अवसर बन सकते हैं। मंडी में आने वाली नई फसलों के चलते कीमतों में और भी उछाल देखने को मिल सकता है।
किसान और व्यापारी को अब यह तय करना है कि वे कब और कैसे अपनी फसलें बेचें, ताकि उन्हें अधिकतम मुनाफा मिल सके।